भारतीय न्याय संहिता (BNS) 2023 कि धारा:- 155
(धारा 153 और 154 में वर्णित युद्ध या लूटपाट द्वारा ली गई संपत्ति प्राप्त करना)
जो कोई किसी संपत्ति को यह जानते हुए प्राप्त करेगा कि वह धारा 153 और 154 में वर्णित अपराधों में से किसी के किए जाने में ली गई है वह दोनों में से किसी भांति के कारावास से, जिसकी अवधि सात वर्ष तक की हो सकेगी, दण्डित किया जाएगा और वह जुर्माने से और इस प्रकार प्राप्त की गई संपत्ति के समपहरण का भी दायी होगा।
अपराध का वर्गीकरण
सजा:- 7 वर्ष के लिए कारावास और जुर्माना, और कतिपय सम्पत्ति का समपहरण
अपराध:- संज्ञेय
जमानत:- अजमानतीय
विचारणीय:- सेशन न्यायालय द्वारा विचारणीय
अशमनीय:- अशमनीय का मतलब है, ऐसा अपराध जिसके लिए समझौता नही किया जा सकता हैं।
(IPC) की धारा 127 को (BNS) की धारा 155 में बदल दिया गया है। - अगर आप चाहे तो लोगो पर क्लिक करके देख सकते हैं। |