Type Here to Get Search Results !

धारा- 108 (आत्महत्या का दुष्प्रेरण)

(IPC) की धारा 306 को (BNS) की धारा 108 में बदल दिया गया है। - अगर आप चाहे तो लोगो पर क्लिक करके देख सकते हैं।
काल्पनिक चित्र

भारतीय न्याय संहिता (BNS) 2023 कि धारा- 108

 (आत्महत्या का दुष्प्रेरण)

 यदि कोई व्यक्ति आत्महत्या करता है, तो जो कोई ऐसी आत्महत्या का दुष्प्रेरण करेगा, वह दोनों में से किसी भांति के कारावास से, जिसकी अवधि दस वर्ष तक की हो सकेगी, दण्डित किया जाएगा और जुर्माने के लिए भी दायी होगा।


अपराध का वर्गीकरण

सजा:- 10 वर्ष के लिए करावास और जुर्माना

अपराध:- संज्ञेय 

जमानत:- अजमानतीय

विचारणीय:- सेशन न्यायालय द्वारा विचारणीय 

अशमनीय:- समझौता करने योग्य नहीं









एक टिप्पणी भेजें

0 टिप्पणियाँ
* Please Don't Spam Here. All the Comments are Reviewed by Admin.